Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana: पहली बार माँ बनने पर मिलेगी ₹5000 की आर्थिक धनराशि, जानिए पूरी प्रक्रिया

Ganesh Rathod
11 Min Read

Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana: प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana) – एक ऐसी पहल जो देश की लाखों गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं की ज़िंदगी बदल रही है। यह योजना न सिर्फ उनकी आर्थिक सहायता करती है, बल्कि उनके और उनके नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य और पोषण को भी सुनिश्चित करती है। 

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हालाँकि, क्या आप जानते हैं कि इस योजना का लाभ उठाने के लिए क्या करना होता है? क्या आपको पता है कि इस योजना के तहत कितनी धनराशि प्रदान की जाती है और वह किन किस्तों में मिलती है? यदि आप भी इन सवालों के जवाब जानना चाहते हैं, तो आप बिल्कुल सही जगह पर हैं।

हमारा यह लेख आपको प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana) के बारे में विस्तार से बताएगा – इसके उद्देश्य, लाभ, पात्रता मानदंड और आवेदन प्रक्रिया के बारे में। साथ ही, हम यह भी जानेंगे कि यह योजना किस प्रकार देश की माताओं और बच्चों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रही है। तो चलिए, इस योजना की गहराई में जाते हैं और समझते हैं कि यह किस प्रकार भारत में मातृ और शिशु स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभा रही है। 

आइए जानते हैं कि आप किस प्रकार इस योजना का लाभ उठा सकते हैं और अपने और अपने बच्चे के स्वास्थ्य को सुरक्षित रख सकते हैं…

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Overview Table Of Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana

योजना का नामप्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना
लाभार्थी राज्यभारत के सभी राज्य
किसने शुरू कियाप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 
लाभ किसे मिलेगागर्भवती महिलाओं को
योजना कब शुरू हुई2017
आयु सीमामहिला की की आयु 18 वर्ष तक होना जरूरी है

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना क्या है? (What is Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana?)

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana) भारत की गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए शुरू की गई एक सरकारी योजना है। इस योजना का उद्देश्य माताओं और उनके बच्चों के स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देना है, विशेष रूप से समाज के कमजोर वर्गों में। इस योजना के तहत, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को तीन किस्तों में 5000 रुपये का नकद लाभ प्रदान किया जाता है। योजना का लाभ पात्र महिलाओं को प्रथम जीवित संतान के लिए ही मिलता है।

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प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का उद्देश्य (Objective of Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana?)

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana) भारत सरकार द्वारा 2017 में शुरू की गई एक महत्वपूर्ण योजना है जिसका मुख्य उद्देश्य गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। 

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यह योजना प्रसव और शिशु देखभाल के समय महिलाओं द्वारा ली गई छुट्टी के दौरान वेतन के नुकसान की आंशिक क्षतिपूर्ति प्रदान करती है, जिससे उन्हें प्रसव से पहले और बाद में पर्याप्त आराम करने में मदद मिलती है। इस योजना के तहत, पहले जीवित बच्चे वाली माताओं को 5,000 रुपए का नकद प्रोत्साहन तीन किस्तों में दिया जाता है। इसका उद्देश्य महिलाओं और उनके बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण की स्थिति में सुधार लाना है। साथ ही मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर को कम करने की भी उम्मीद है।

 यह योजना राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 का एक हिस्सा है जो लोगों को भोजन और पोषण सुरक्षा प्रदान करने का लक्ष्य रखता है। हालांकि इस योजना के क्रियान्वयन में कुछ चुनौतियां भी सामने आई हैं जैसे योजना के बारे में जागरूकता की कमी, नकद लाभ के भुगतान में देरी और आधार कार्ड से बैंक खाते को जोड़ने में कठिनाई।

फिर भी, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana) गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को आर्थिक लाभ प्रदान करने के लिए सरकार की एक सराहनीय पहल है। 

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प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना पात्रता क्या है? (What is Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana Eligibility?)

  • गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएँ: जो महिलाएँ गर्भवती हैं या अपने पहले जीवित बच्चे को जन्म दे चुकी हैं।
  • पहली बार गर्भवती: योजना का लाभ केवल पहली बार गर्भवती होने पर ही दिया जाता है।
  • 18 वर्ष से अधिक आयु: महिला की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
  • श्रमिक न होना: जो महिलाएँ केंद्र सरकार, राज्य सरकार, या सार्वजनिक उपक्रमों में नियमित रूप से कार्यरत हैं, वे इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं।
  • आधार कार्ड अनिवार्यता: लाभार्थी महिला और उसके पति का आधार कार्ड होना अनिवार्य है।
  • भुगतान की किश्तें: पहली किश्त: गर्भधारण का पंजीकरण होने पर। दूसरी किश्त: प्रसवपूर्व जांच (गर्भधारण के 6 महीने बाद)। तीसरी किश्त: बच्चे के जन्म और पहली टीकाकरण के बाद।

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लाभ (Benefits of Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana)

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana) गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करने वाली एक महत्वाकांक्षी योजना है। इसके मुख्य लाभों में से एक है गर्भावस्था और प्रसव के दौरान महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना, जिससे उनकी पोषण संबंधी जरूरतें पूरी हो सकें। यह योजना प्रत्येक गर्भवती महिला को 5000 रुपये की धनराशि तीन किस्तों में देती है, जो उनके पहले जीवित बच्चे के जन्म के लिए है। इससे महिलाओं को स्वस्थ गर्भधारण सुनिश्चित करने और प्रसव के बाद की देखभाल में मदद मिलती है। 

योजना का उद्देश्य मातृ मृत्यु दर को कम करना और शिशु मृत्यु दर में कमी लाना है। इसके अतिरिक्त, यह योजना महिला सशक्तिकरण को भी प्रोत्साहित करती है, क्योंकि महिलाओं को अपने और अपने बच्चे की स्वास्थ्य और पोषण आवश्यकताओं के प्रति जागरूक होने का अवसर मिलता है। (Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana) का लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थियों को गर्भावस्था के पंजीकरण, नियमित चिकित्सा जांच और शिशु टीकाकरण जैसी शर्तों को पूरा करना होता है। इस प्रकार, यह योजना महिलाओं के स्वास्थ्य और कल्याण में महत्वपूर्ण योगदान देती है।

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज (Documents required for Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana)

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana) के लाभ प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:

  • आधार कार्ड
  • पहचान प्रमाण
  • बैंक खाता विवरण
  • गर्भावस्था का प्रमाण
  • एमसीपी कार्ड (मदर एंड चाइल्ड प्रोटेक्शन कार्ड)
  • मोबाइल नंबर
  • पति का पहचान प्रमाण

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लिए आवेदन कैसे करें? (How to apply for Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana?)

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana) के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया निम्नलिखित है:

  • आवेदन पत्र प्राप्त करें: आवेदन पत्र (फॉर्म 1-A, 1-B, 1-C) को आंगनवाड़ी केंद्र (AWC) या स्वास्थ्य केंद्र (PHC/CHC) से प्राप्त करें या आधिकारिक वेबसाइट https://web.umang.gov.in/landing/department/pmmvy.html  से डाउनलोड करें।
  • दस्तावेज तैयार करें: आधार कार्ड (महिला और उसके पति का), पहचान प्रमाण (आधार के अलावा अन्य वैध दस्तावेज), बैंक खाता विवरण (पासबुक की कॉपी), गर्भावस्था पंजीकरण प्रमाणपत्र, एमसीपी कार्ड (मदर एंड चाइल्ड प्रोटेक्शन कार्ड), सक्रिय मोबाइल नंबर
  • आवेदन पत्र भरें: सही और पूर्ण जानकारी के साथ आवेदन पत्र भरें। आवेदन पत्र में व्यक्तिगत विवरण, बैंक खाता विवरण और गर्भावस्था संबंधित जानकारी भरें।
  • पहली किस्त के लिए आवेदन: गर्भावस्था के 150 दिन के अंदर फॉर्म 1-A जमा करें। आवश्यक दस्तावेज संलग्न करें और आवेदन पत्र AWC या स्वास्थ्य केंद्र में जमा करें।
  • दूसरी किस्त के लिए आवेदन: गर्भावस्था के 6 महीने पूरे होने के बाद और दूसरी टीकाकरण की पुष्टि के बाद फॉर्म 1-B जमा करें।
  • तीसरी किस्त के लिए आवेदन: बच्चे के जन्म के बाद और बच्चे के पहले चक्र के टीकाकरण की पुष्टि के बाद फॉर्म 1-C जमा करें।
  • आवेदन जमा करें: भरे हुए आवेदन पत्र और आवश्यक दस्तावेजों को आंगनवाड़ी केंद्र या स्वास्थ्य केंद्र में जमा करें।
  • सत्यापन और स्वीकृति: संबंधित अधिकारी आपके द्वारा जमा किए गए आवेदन पत्र और दस्तावेजों का सत्यापन करेंगे। सत्यापन के बाद, आपकी आवेदन प्रक्रिया स्वीकृत होगी और धनराशि किस्तों में आपके बैंक खाते में जमा की जाएगी।
  • स्थिति की जांच: आप अपने आवेदन की स्थिति और भुगतान की स्थिति को PMMVY के आधिकारिक पोर्टल या संबंधित केंद्र से पता कर सकते हैं।

इस प्रक्रिया का पालन करके आप प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana) का लाभ उठा सकते हैं और आवश्यक वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकते हैं।

Frequently Asked Questions

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) क्या है? 

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana) भारत सरकार द्वारा 2017 में शुरू की गई एक केंद्रीय योजना है, जिसका उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को पहले जीवित जन्म के लिए नकद सहायता प्रदान करना है।

PMMVY का उद्देश्य क्या है? 

PMMVY का उद्देश्य महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण स्थिति को सुधारना और गर्भावस्था और स्तनपान की अवधि के दौरान वेतन हानि का आंशिक प्रतिपूरण करना है।

PMMVY के लक्ष्य लाभार्थी कौन हैं? 

PMMVY के लक्ष्य लाभार्थी पहले जीवित जन्म के लिए गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली माताएं हैं।

PMMVY के तहत कितनी नकद सहायता प्रदान की जाती है? 

PMMVY के तहत तीन किस्तों में 5,000 रुपए की नकद सहायता प्रदान की जाती है।

ganesh profile

हेलो गाइस मेरा नाम गणेश राठोड है। मुझे टेक्नोलॉजी में बोहत रूचि है, और मुझे टेक्नोलॉजी से जुडी जानकारी हासिल करना और लोगो के साथ ऐसी जानकारी शेयर करना काफी अच्छा लगता है। खबरे दिन भर के माध्यम से में टेक्नोलॉजी और ट्रेडिंग से जुडी जानकारी आपके साथ शेयर करूँगा।

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