Priyanka Goswami Biography in Hindi: प्रियंका गोस्वामी – एक नाम जो भारतीय एथलेटिक्स में अपनी एक अलग पहचान रखता है। एक ऐसी खिलाड़ी जिसने अपने संघर्ष, लगन और मेहनत के दम पर न सिर्फ देश का नाम रोशन किया बल्कि करोड़ों युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनी। प्रियंका का जीवन एक ऐसी कहानी है जो हर किसी को हौसला देती है कि अगर ठान लिया जाए तो किसी भी सफलता को हासिल किया जा सकता है।
जब प्रियंका ने पहली बार ट्रैक पर कदम रखा, शायद उन्हें भी नहीं पता था कि एक दिन वह पूरे देश के लिए गर्व का कारण बनेंगी। लेकिन उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति और अटूट साहस ने उन्हें कामयाबी की ऊंचाइयों तक पहुंचाया। प्रियंका का जन्म एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। बचपन से ही खेलों में उनकी रुचि थी और स्कूल के दिनों में वह हमेशा अपने साथियों से आगे रहती थीं। लेकिन शायद उन्हें भी अंदाजा नहीं था कि एक दिन वह देश की शान बनेंगी। जब उन्होंने एथलेटिक्स को अपना करियर बनाने का फैसला किया, तो घर वालों ने भी उनका साथ दिया। कड़ी मेहनत और अथक प्रयास के बल पर प्रियंका ने एक के बाद एक सफलता की सीढ़ियां चढ़ीं। राष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन के बाद उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपना परचम लहराया। ओलंपिक, एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स जैसे मंचों पर उन्होंने भारत का मान बढ़ाया। लेकिन इस यात्रा में उन्हें कई चुनौतियों का सामना भी करना पड़ा। प्रियंका के जीवन से हम सीख सकते हैं कि सपने देखना तो आसान होता है, लेकिन उन्हें हकीकत में बदलने के लिए पसीना बहाना पड़ता है।
आइए आगे विस्तार से जानते हैं प्रियंका गोस्वामी का जीवन परिचय (Priyanka Goswami Biography in Hindi) और कैसे इस महान एथलीट ने अपने हौसलों और जज्बे के दम पर बुलंदियों को छुआ।
प्रियंका गोस्वामी का जीवन परिचय (Priyanka Goswami Biography in Hindi)
टॉपिक | Priyanka Goswami’s Biography: कौन हैं एथलीट प्रियंका गोस्वामी? जो कृष्ण भक्ति को बताती हैं अपनी सफलता का राज |
लेख प्रकार | आर्टिकल |
भाषा | हिंदी |
वर्ष | 2024 |
नाम | प्रियंका गोस्वामी |
जन्म | 10 मार्च 1996 |
जन्म स्थान | मुजफ्फरपुर (उत्तर प्रदेश) |
आयु | 28 साल |
कार्य | भारतीय एथलीट |
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प्रियंका गोस्वामी कौन हैं? (Who is Priyanka Goswami?)
प्रियंका गोस्वामी (Priyanka Goswami) एक प्रतिभाशाली भारतीय महिला रेस वॉकर हैं जो 20 किलोमीटर स्पर्धा में विशेषज्ञता रखती हैं। उन्होंने एक गरीब परिवार में जन्म लिया और कई चुनौतियों का सामना करते हुए अपने करियर की शुरुआत की। उनके कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प ने उन्हें सफलता दिलाई। 2022 कॉमनवेल्थ खेलों (Common Wealth Games) में उन्होंने 10 किमी रेस वॉक में रजत पदक जीता। इससे पहले उन्होंने 2020 टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया था। प्रियंका ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पदक जीते हैं और 20 किमी रेस वॉक में राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी बनाया है। वह अपनी कड़ी मेहनत और लगन के लिए जानी जाती हैं।
प्रियंका गोस्वामी का जीवन परिचय (Biography of Priyanka Goswami)
प्रियंका गोस्वामी (Priyanka Goswami) एक भारतीय महिला एथलीट हैं जिन्होंने हाल ही में बर्मिंघम, इंग्लैंड में आयोजित 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में 10 किलोमीटर रेस वॉक स्पर्धा में रजत पदक जीता। उनका जन्म 10 मार्च 1996 को हुआ था।
प्रियंका का जन्म उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुजफ्फरनगर (Mujaffarnagar) जिले के मोरना गाँव में एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता विजेंद्र सिंह किसान हैं और माँ सविता गृहिणी हैं। प्रियंका ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुजफ्फरनगर में पूरी की। बचपन से ही उन्हें खेलों में रुचि थी। प्रियंका ने 2012 में जूनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप में 5000 मीटर रेस वॉक में कांस्य पदक जीतकर अपना पहला राष्ट्रीय पदक हासिल किया। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और कड़ी मेहनत के बल पर एक के बाद एक सफलता हासिल करती गईं। 2014 में उन्होंने 10,000 मीटर रेस वॉक में राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया।
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2018 में जकार्ता एशियन गेम्स में प्रियंका ने 20 किमी रेस वॉक में चौथा स्थान हासिल किया। 2021 में उन्होंने राष्ट्रीय ओपन रेस वॉकिंग चैंपियनशिप में 20 किमी रेस वॉक में स्वर्ण पदक जीता। प्रियंका ने 2020 टोक्यो ओलंपिक में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया था। हालांकि वहां उन्हें निराशा हाथ लगी और वो 17वें स्थान पर रहीं। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी कड़ी मेहनत जारी रखी। 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में प्रियंका ने 10 किमी रेस वॉक में 43 मिनट 38.82 सेकंड का समय निकालते हुए रजत पदक जीता। यह इस स्पर्धा में भारत का पहला पदक था। प्रियंका ने इस उपलब्धि से पूरे देश का दिल जीत लिया।
प्रियंका का लक्ष्य 2024 पेरिस ओलंपिक में पदक जीतना है। उनका मानना है कि अगर वो इसी तरह मेहनत करती रहीं तो यह लक्ष्य हासिल कर पाएंगी। प्रियंका की सफलता से उनका पूरा परिवार और गाँव गौरवान्वित है। प्रियंका गोस्वामी (Priyanka Goswami) ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से यह साबित कर दिया है कि मुश्किल परिस्थितियों से उबरकर भी सफलता हासिल की जा सकती है। उनका जीवन और संघर्ष युवाओं के लिए एक प्रेरणा है।
प्रियंका गोस्वामी विकिपीडिया (Priyanka Goswami Wikipedia)
प्रियंका गोस्वामी (Priyanka Goswami) (जन्म 10 मार्च 1996) एक भारतीय एथलीट हैं जो 20 किलोमीटर पैदल चाल में प्रतिस्पर्धा करती हैं। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया और 17वें स्थान पर रहीं। उन्होंने 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में 10000 मीटर पैदल चाल में रजत पदक जीता। वह 10,000 मीटर स्पर्धा में रजत पदक के साथ रेस वॉक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला हैं। उन्होंने 14 फरवरी 2023 को रांची में इंडियन ओपन नेशनल रेस वॉकिंग प्रतियोगिता में अंक हासिल करके पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया।
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एथलेटिक्स में जाने से पहले गोस्वामी ने कुछ महीनों तक स्कूल में जिमनास्टिक का अभ्यास किया। सफल प्रतिस्पर्धियों को मिलने वाले पुरस्कार बैग के कारण वह दौड़ने की ओर आकर्षित हुईं। फरवरी 2021 में, उन्होंने 1:28.45 के नए भारतीय रिकॉर्ड के साथ 20 किमी दौड़ में भारतीय रेसवॉकिंग चैंपियनशिप जीती और 2020 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया। उन्होंने इससे पहले 2017 में इंडियन रेसवॉकिंग चैंपियनशिप जीती थी।
प्रियंका गोस्वामी की प्रारंभिक शिक्षा (Priyanka Goswami’s primary education)
प्रियंका गोस्वामी (Priyanka Goswami), एक प्रमुख भारतीय रेसवॉकर, का शिक्षा जीवन प्रेरणादायक है। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में जन्मी प्रियंका ने प्रारंभिक शिक्षा वहीं से प्राप्त की। पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी उनकी रुचि बचपन से ही थी। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा के दौरान एथलेटिक्स में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
प्रियंका ने स्नातक की डिग्री चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ से प्राप्त की। पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में उनकी लगन ने उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने रेसवॉकिंग को गंभीरता से लेना शुरू किया और इसे अपने करियर का हिस्सा बनाया। प्रियंका का शिक्षा और खेल के बीच संतुलन बनाना एक उदाहरण है कि कैसे अनुशासन और समर्पण के साथ किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त की जा सकती है। उनकी सफलता का श्रेय उनके शिक्षा और खेल के प्रति समर्पण को जाता है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
प्रियंका गोस्वामी का परिवार (Priyanka Goswami’s family)
प्रियंका गोस्वामी (Priyanka Goswami) एक प्रतिभाशाली भारतीय एथलीट हैं जिन्होंने अपने परिवार के लिए कड़ी मेहनत और लगन से सफलता हासिल की है। उनके पिता मदनपाल गोस्वामी पिछले दस सालों से बेरोजगारी से जूझ रहे हैं, जिससे परिवार पर आर्थिक संकट छा गया था। 14 साल की उम्र में ही प्रियंका ने अपने पिता के आंसू देखकर घर की जिम्मेदारी उठाने का संकल्प लिया और देश व परिवार का नाम रोशन करने का वादा किया। 2015 में एथलेटिक्स में कदम रखने के बाद प्रियंका ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। 2018 में रेलवे में क्लर्क की नौकरी मिलने से परिवार की आर्थिक स्थिति सुधरी। मां अनीता गोस्वामी बेटी के संघर्ष और उपलब्धियों पर गर्व महसूस करती हैं।
प्रियंका गोस्वामी की सोशल मीडिया लिंक (Priyanka Goswami’s social media link)
निष्कर्ष
प्रियंका गोस्वामी (Priyanka Goswami) भारत की सबसे सफल रेसवॉकरों में से एक हैं। उन्होंने अपनी प्रतिभा और कड़ी मेहनत से देश के लिए गौरव हासिल किया है। वह आने वाली पीढ़ी के एथलीटों के लिए प्रेरणा हैं और निश्चित रूप से भविष्य में भारत का नाम रोशन करती रहेंगी.
Frequently Asked Questions
प्रियंका गोस्वामी (Priyanka Goswami) एक भारतीय रेस वॉकर हैं, जिन्होंने पेरिस ओलंपिक्स के लिए कोटा स्थान सुरक्षित किया है, उन्होंने 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में 10,000 मीटर रेस वॉक इवेंट में रजत पदक जीता
प्रियंका गोस्वामी ने अक्षदीप सिंह के साथ मिलकर विश्व एथलेटिक्स टीम चैंपियनशिप में मिक्स्ड रिले इवेंट में 18वीं स्थानीयता प्राप्त की।
प्रियंका गोस्वामी ने 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में 10,000 मीटर रेस वॉक इवेंट में रजत पदक जीता।
दोस्तों मेरा नाम पंकज पांडे है। में एक आर्ट्स का स्टूडेंट हूँ। मेने मेरे पिताजी से एस्ट्रोलॉजी, भविष्यवाणी जैसी चीजे सीखी है। और इस न्यूज़ वेबसाइट पर में राशिफल और वास्तु शास्त्र से जुड़े आर्टिकल लिखता हूँ। मुझे इस तरह की जानकारी लोगों के साथ शेयर करना काफी अच्छा लगता है।