Vastu Tips for Home: वास्तु शास्त्र के अनुसार कैसा होना चाहिए घर?

Pankaj Pandey
12 Min Read

Vastu Tips for Home: नया घर लेते वक्त, या फिर अपना नया घर बनाते समय अक्सर लोग अपने घर की सुंदरता पर सबसे ज्यादा ध्यान देते है, और हर कोई चाहता है की उसका घर अपने पडोसी या अपने रिश्तेदार से ज्यादा सुंदर लगे। पर लोग हमेशा घर बनाते वक्त वास्तु शास्त्र को भूल जाते है। ऐसे में अगर आप भी वास्तु शास्त्र के अनुसार अपने घर को बनाते हो, तो इसका सकारात्मक परिणाम हमेशा आपको देखने मिलेगा। वही अगर आप वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन नहीं करते तो इसका नकारात्मक परिणाम भी आपको देखने मिलेगा, भले ही आपने घर बनाने के लिए कितना भी पैसा खर्च क्यों न किया हो। आइये इस लेख में हम आगे बढ़ते है और जानते है वास्तु शास्त्र के अनुसार आपका घर कैसा होना चाहिए (Vastu tips for home) इन वास्तु शास्त्र के उपायों को जानने के बाद आप भी अपने घरमे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह हमेशा हमेशा के लिए ला सकते हो।  

वास्तु के अनुसार घर (Vastu Tips for Home)

वास्तु शास्त्र के अनुसार आपका घर कैसा होना चाहिए इसके बारे में घर की सही दिशा, घर का प्रवेश द्वार, बैडरूम का उचित स्थान, घर का पूजा घर, शौचालय और आंगन से जुडी जानकारी बताई गयी है। चलिए एक एक कर हम इसके बारे में जानते है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार सही दिशा:

वास्तु शास्त्र में दिशाऐ काफी महत्वपूर्ण होती है। अगर वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की दिशा सही ना हो तो वास्तु में बहोत से दोष निर्माण हो सकते है और घर का वातावरण हमेशा बिघडा हुआ ही रहेगा। इसीलिए आपको पता होना चाहिए की वास्तु शास्त्र के अनुसार आपके घर का नक्शा कैसा होना चाहिए। 

  • पूर्व दिशा– हम सबको पता है, पूर्व दिशा मतलब सूर्य का उगमस्थान तो अगर आपके पूर्व दिशा की और घर का प्रवेश द्वार रहेगा तो आपके घर सूर्य का दर्शन हररोज सुबह होगा इससे आपके घर में ऊर्जा बनी रहेगी। और पूर्व दिशा में आप घर की खिड़की भी रख सकते हो,और घर में पूजा का मंदिर भी आप पूर्व दिशा में ही रखिये। पूर्व दिशा इन चीजों के लिए अच्छी मानी जाती है तो इससे आपके घर में हमेशा सुख ही सुख आता रहेगा। 
  • पश्चिम दिशा-  अगर आप पश्चिम दिशा में घर का रसोईघर बनवाएंगे तो आप वास्तु दोष से छुटकारा पा सकते हो, क्योंकि पश्चिम दिशा की ओर मुँह करके खाना बनाएंगे, या पश्चिम दिशा में आपका गैस होगा तो घर मे वास्तु दोष के कारन आपको बहोत कठिनायों का सामना करना पड़ सकता है। और आपके घर के रसोईघर और टॉयलेट एक दूसरे के करीब न हो इसका भी ध्यान आप घर बनाते समय जरूर रखना। क्योंकि यह भी वास्तु शास्त्र के अनुसार अनुचित होता है। 
  • उत्तर दिशा – वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के सबसे ज्यादा दरवाजे और खिड़किया उत्तर दिशा की ओर होनी चाहिए, इससे खुली हवा आती रहेगी और घर का वातावरण भी खुशहाल रहेगा। 
  • दक्षिण दिशा– घर के दक्षिण दिशा में किसी भी तरह का खुलापन और शौचालय नहीं होना चाहिए। आप इस दिशा में भारी सामान रख सकते हो। अगर इसे दिशा में खिड़की और दरवाजा रहेंगे तो आपके घर में इस दिशा से नकारात्मक ऊर्जा आती रहेगी जिसके कारन घर में कलेश निर्माण हो सकता है। 

घर का प्रवेश द्वार 

घर के प्रवेश द्वार से ही आपका घर अंदर से कैसा होगा इसका अंदाजा लगाते जाता है। तो घर का प्रवेश द्वार कैसा होना चाहिए यह जानना भी बहोत जरुरी है। घर का प्रवेश द्वार सही दिशा में होना यह वास्तु के अनुसार अच्छी बात है, वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का प्रवेश द्वार उत्तर-पूर्व भाग में होना चाहिए क्योंकि सूर्य पूर्व दिशा में उगता है। अगर आपके घर का प्रवेश द्वार उत्तर-पूर्व भाग में होगा तो आपके घर में सूर्यकिरण अच्छेसे आएंगे और घर में प्रकाश और ऊर्जा आते रहेंगे, और घर का प्रवेश द्वार सबसे बड़ा भी होना चाहिए। घर का प्रवेश द्वार उत्तर-पूर्व दिशा में ना हो तो घर में वास्तु दोष हो जायेगा जिसके कारन घर में ताणतणाव की स्तिथि हो सकती है। लेकिन आप घबराइये मत अगर अभी आपके घर का प्रवेश द्वार उत्तर-पूर्व में नहीं लगवाया होगा तो हमारे पास इस चीज का भी दूसरा उपाय है, आप आपके घर के पूर्व दिशा मै एक खिड़की जोड़कर इस वास्तु दोष को दूर कर सकते हो, इससे घर में सुख शांति हमेशा के लिए बनी रहेगी। 

बेडरूम का उचित स्थान

वास्तु शास्त्र के अनुसार दक्षिण और पश्चिम कोने को सबसे अच्छी जगह माना जाता है। इस दिशा में अगर आप रात में सोते हो तो यह नींद पूरी होने के लिए अच्छी जगह मानी जाता है। अगर आपको रात में नींद न आने की समस्या हो रही है तो जरूर आपके घर में वास्तु दोष हो सकता है। रात की नींद ख़राब हो जाये तो आपका अगला का पूरा दिन ख़राब हो सकता है जैसे की सर दर्द होना, थकान महसूस होना, इस तरह की समस्याएं आ सकती है। इस वजह से आप पूरा परेशान हो जाओगे, इससे बचने के लिए आप आपका बेडरूम दक्षिण और पच्छिम दिशा के कोण जिधर होंगे उधर ही बनवा लीजिये। 

रसोई का उचित स्थान 

आप सभी जानते हो अपनी सेहत बनाये रखने के लिए अच्छा खाना कितना जरुरी है, लेकिन आपके घर का रसोई घर ही उचित स्थान पर नहीं होगा तो अच्छा खाना बनाने के बावजूद भी आपको बहुत सारि बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। तो वास्तु के अनुसार घर का रसोई घर दक्षिण और पूर्व दिशा में होना बहोत जरुरी है। क्योंकि इस दिशा में अग्नि कोन होता है और गैस को हम आपने रसोई घर में ही रखते है। तो इस दिशा में रसोई घर होना वास्तु के अनुसार सही माना जाता है। अगर आपका भी रसोई घर दक्षिण दिशा में नहीं होगा तो आप इसे जरूर बदलने की सोच ले। इससे घर में कोई वास्तु दोष नहीं होगा और घर में सुख शांति फहलती रहेगी। 

घर का पूजा घर

भगवान को हम सभी मानते है और उनकी प्रार्थना करते है लेकिन घर में पूजा घर भी एक उचित स्थान पर होना जरुरी है। घर में पूजा घर ईशान कोन में होना चाहिए क्योकि यह दिशा घर में शांति बनाके रखता है। आपने पूजा घर का स्थान उचित नहीं रखा तो आपको बहोत सी नकारात्मकता का सामना करना पड़ सकता है। और एक महत्वपूर्ण बात यह है की पूजा घर का रंग सफ़ेद, हल्का पीला और हल्का गुलाबी होना चाहिए। अगर आपने पूजा घर में बहोत गडद रंगो का इस्तेमाल किया है तो पूजा घर में अंधेरा कायम रहेगा और इससे नकारात्मक ऊर्जा आ सकती है। इसीलिए पूजा घर के लिए हमेशा हलके रंगो का प्रयोग करना जरुरी है।

स्नानघर और शौचालय

घर में स्नानघर और शौचालय हमेशा उचित स्थान में होना चाहिए क्योंकि यह स्थान आपने खुदके स्वछता के लिए होता है, अगर  इसका ही स्थान उचित जगह पर नहीं होगा तो घर में वास्तु दोष हो सकता है जिसके कारन घर में अशांतता रहेगी। घर में स्नानघर और शौचालय बनाते समय वास्तु का विशेष ध्यान देना चाहिए। और एक बात का जरूर ध्यान रखिये की आपके घर का  स्नानघर और शौचालय कभी एक साथ मत बनाइये क्योंकि वास्तु के अनुसार राहु और चंद्र का स्थान एक ही जगह हुआ तो चंद्रग्रहण होता है और इस वजह से घर में परेशानिया उत्पन्न हो सकती है। तो हमेशा स्थानघर और शौचालय अलग अलग ही होना चाहिए। 

घर का आंगन

अगर घर में आंगन नहीं होगा तो वह घर आधा आधूरी लगने लगता है  क्योंकि घर के सामने सुन्दर सा आंगन होगा तो उसे देखतेही हमारा मन प्रफुल्लित हो जाता है। तो आंगन के बिना घर को शोभा नहीं देगा। घर के सामने के आँगन में अगर आपने पेड़ पौधे लगाए जैसे की तुलसी वृन्दावन, फूलों के पौधे, आंवले का पौधा तो घर का आंगन देखते ही दिनभर की थकान दूर हो जाएगी। और आपके घर का वातावरण भी साफ़ रहेगा। 

निष्कर्ष

इस लेख में हमने वास्तु शास्त्र के अनुसार घर कैसा होना चाहिए यह जाना, जिसमे हमने वास्तु के अनुसार घर की दिशा, बैडरूम के लिए उचित स्थान, घर का आंगन, रसोई घर, शौचालय इन सभी के बारे में बताया। और किस तरह से आप वास्तु शास्त्र का पालन करके हमेशा आपके घरमे सकारात्मक ऊर्जा बनाये रख सकते हो इसके बारे में भी डिटेल जानकारी दी। 

Frequently Asked Questions

घर का मुख्य द्वार किस दिशा में होना चाहिए?

घर का मुख्य द्वार पूर्व और उत्तर दिशा में होना वास्तु शास्त्र के अनुसार शुभ माना जाता है। यह दिशा सकारात्मक ऊर्जा घर में लाती है। 

घर में पेड़-पौधे कहां लगाएं?

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में पूर्व और उत्तर-पूर्व दिशा में पेड़ पौधे लगाने चाहिए। 

पूजा घर कहां होना चाहिए?

घर का सबसे पवित्र स्थान उत्तर-पूर्व दिशा में होता है, इसलिए इस दिशा में पूजा घर होना शुभ और पवित्र माना जाता है। 

घर में रंग किस प्रकार का होना चाहिए?

घर में सकारत्मकता लाने के लिए हलके रंग जैसे सफेद,पीला,हरा आदि रंगो का उपयोग करना चाहिए।

उम्मीद है की वास्तु शास्त्र के अनुसार आपका घर कैसा होना चाहिए (Vastu Tips for Home) से जुडी यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो, अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो हमें कमेंट करके जरूर बताना। 

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दोस्तों मेरा नाम पंकज पांडे है। में एक आर्ट्स का स्टूडेंट हूँ। मेने मेरे पिताजी से एस्ट्रोलॉजी, भविष्यवाणी जैसी चीजे सीखी है। और इस न्यूज़ वेबसाइट पर में राशिफल और वास्तु शास्त्र से जुड़े आर्टिकल लिखता हूँ। मुझे इस तरह की जानकारी लोगों के साथ शेयर करना काफी अच्छा लगता है।

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