Swapnil Kusale Biography in Hindi: स्वप्निल कुसाले (Swapnil Kusale) – एक ऐसा नाम जो भारतीय निशानेबाजी के इतिहास में सुवर्ण अक्षरों से लिखा जाएगा। एक ऐसा खिलाड़ी जिसने अपनी कड़ी मेहनत, लगन और समर्पण से न सिर्फ खुद को साबित किया बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया। पेरिस ओलंपिक 2024 में उन्होंने शूटिंग में भारत के लिए और एक मेडल हासिल किया है। उनके पहले मनु भाकर और सरबजोत सिंह ने भारत के लिए कांस्य पदक (Bronze Medal) हासिल किया था।
स्वप्निल का जन्म ऐसे परिवार में हुआ जो पहले से ही खेल से जुड़ा हुआ है, उनके पिता स्वयं एक निशानेबाज रह चुके हैं। लेकिन उनके अंदर एक असाधारण निशानेबाजी का जुनून था। बचपन से ही बंदूक और निशाने की ओर उनका खिंचाव देख परिवार वालों ने उन्हें इस खेल में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। धीरे-धीरे स्वप्निल राष्ट्रीय स्तर पर अपना नाम कमाने लगे और फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पदक जीतने लगे। लेकिन ओलंपिक का सपना अभी भी बाकी था। दिन-रात एक कर स्वप्निल (Swapnil Kusale) ने खुद को तैयार किया। हर बाधा को पार करते हुए, हर चुनौती को स्वीकार करते हुए वो आगे बढ़ते रहे। और अब उनकी मेहनत रंग लाई है। पेरिस ओलंपिक (Paris Olympic 2024) के लिए क्वालीफाई करके उन्होंने न सिर्फ अपना, बल्कि हर भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है। यह सिर्फ शुरुआत थी।
एक बात तय है – वो हर मुकाम पर अपना परचम लहराएंगे और तिरंगे को सलाम करवाएंगे। आइए, इस लेख में आगे बढ़ते है और स्वप्निल कुसाले का जीवन परिचय (Swapnil Kusale Biography in Hindi) के बारे में जानते है और इस सफर को विस्तार से जानते हैं…
स्वप्निल कुसाले का जीवन परिचय (Swapnil Kusale Biography in Hindi)
नाम | स्वप्निल कुसाले |
जन्म | 6 अगस्त 1995 |
जन्म स्थान | ग्राम कंबलवाड़ी, कोल्हापुर जिला, महाराष्ट्र |
आयु | 29 वर्ष |
पिता का नाम | सुरेश कुसाले |
माँ का नाम | अनीता कुसाले |
राशि | सिंह राशि |
पुरस्कार | अर्जुन पुरस्कार |
कार्य | भारतीय पेशेवर निशानेबाज |
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स्वप्निल कुसाले कौन हैं? (Who is Olympics Bronze Medal Winner Swapnil Kusale)
स्वप्निल कुसाले (Swapnil Kusale), महाराष्ट्र (Maharashtra) के एक प्रतिभाशाली भारतीय खेल निशानेबाज, ने अपने कौशल और समर्पण से सफलता की नई ऊंचाइयों को छुआ है। 17 मई 2024 को भोपाल में आयोजित अंतिम चयन ट्रायल में उन्होंने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए पेरिस ओलंपिक के लिए अपनी जगह सुनिश्चित की थी। उनके इस प्रयास ने न केवल उन्हें एक नया मुकाम दिया बल्कि भारतीय निशानेबाजी के लिए भी एक गौरवपूर्ण क्षण प्रदान किया। इस साल हुई पेरिस ओलंपिक्स 2024 में उन्होंने कांस्य पदक जीतकर यह साबित कर दिखाया की वह किस मिटटी से बने हुए है। आइये इस मैडल की जित के बारे में पूरी जानकारी लेने से पहले उनके शुरुवाती जीवन के बारे में कुछ जानकारी ले लेते है।
स्वप्निल कुसाले का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा (Early Life and Education of Swapnil Kusale)
स्वप्निल कुसाले (Swapnil Kusale) का जन्म 1995 में एक समर्पित किसान परिवार में हुआ था, जहां मेहनत और दृढ़ संकल्प जीवन का हिस्सा थे। 2009 में, उनके पिता ने उनके खेल कौशल को निखारने के लिए महाराष्ट्र सरकार के क्रीड़ा प्रबोधिनी कार्यक्रम में दाखिला दिलाया। एक साल के कड़े प्रशिक्षण के बाद, स्वप्निल को अपने खेल का चयन करना था, और उन्होंने निशानेबाजी को अपने जीवन का ध्येय बनाया। 2013 से, लक्ष्य स्पोर्ट्स ने उनके सपनों को साकार करने के लिए उनका प्रायोजन किया, उन्हें नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। अपने खेल के प्रति समर्पण के साथ-साथ, कुसाले ने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (Business Administration) में भी डिग्री हासिल की, जो उनकी बहुमुखी प्रतिभा और दृढ़ निश्चय का प्रमाण है।
स्वप्निल कुसाले का खेल करियर (Sports Career of Swapnil Kusale)
स्वप्निल कुसाले (Swapnil Kusale) की सफलता की कहानी किसी रोमांचक यात्रा से कम नहीं है। 2015 में, उन्होंने कुवैत में आयोजित एशियाई शूटिंग चैंपियनशिप के जूनियर वर्ग में 50 मीटर राइफल प्रोन स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित किया। इसके बाद तुगलकाबाद में 59वीं राष्ट्रीय शूटिंग चैंपियनशिप में, गगन नारंग और चैन सिंह जैसे दिग्गजों को पीछे छोड़ते हुए उन्होंने 50 मीटर राइफल प्रोन स्पर्धा में विजेता का खिताब अपने नाम किया। उनकी यह विजय यात्रा तिरुवनंतपुरम में 61वीं राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भी जारी रही, जहां उन्होंने 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन में स्वर्ण पदक हासिल किया।
तेजी से आगे बढ़ते हुए, 17 मई 2024 को भोपाल में एमपी राज्य शूटिंग अकादमी रेंज में आयोजित अंतिम ओलंपिक ट्रायल में कुसाले ने 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन स्पर्धा में पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए भारतीय टीम में अपनी जगह सुनिश्चित की। दिल्ली और भोपाल में आयोजित पहले तीन परीक्षणों के बाद यह चौथा और अंतिम परीक्षण था। इससे पहले, 2022 में काहिरा में विश्व चैंपियनशिप में चौथे स्थान पर रहते हुए, उन्होंने पुरुषों की 50 मीटर राइफल 3-पोजीशन स्पर्धा में ओलंपिक कोटा बर्थ जीता था। यह कोटा बर्थ एथलीट द्वारा देश के लिए अर्जित किया जाता है, जिसके बाद खेल महासंघ चयन परीक्षणों के जरिए अंतिम टीम का चयन करता है। अंततः, अपने अद्वितीय प्रदर्शन और पहले तीन ट्रायल्स में उच्च स्कोर के आधार पर, कुसाले ने पांचवें स्थान पर रहने के बावजूद भारतीय ओलंपिक टीम में अपनी जगह बनाई।
बस इतना ही नहीं पेरिस ओलंपिक्स में चुने जाने के बाद भी उन्होंने सभी भारतीयों का सर गर्व से ऊपर कर दिया है, ओलंपिक्स में कांस्य पदक जीतकर उन्होंने सबको यह साबित कर दिखाया है की अब आने वाले समय में गोल्ड मैडल भी उनसे कुछ दूर नहीं। स्वप्निल ने पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन के फाइनल राउंड में तीसरा स्थान हासिल कर भारत के लिए तीसरा कांस्य पदक जीता है। और अब इनकी लड़ाई यो बस शुरू ही हुई है, स्वप्निल से आने वाले समय में गोल्ड मेडल की भी उम्मीद लगायी जा सकती है।
इस प्रकार, स्वप्निल कुसाले की सफलता का सफर न सिर्फ उनकी मेहनत और प्रतिभा का प्रमाण है, बल्कि भारतीय शूटिंग के लिए गर्व का विषय भी है।
स्वप्निल कुसाले का परिवार और शादी (Swapnil Kusale Family and Marriage)
स्वप्निल कुसाले (Swapnil Kusale) का जन्म एक खेलों में समृद्ध इतिहास वाले परिवार में हुआ था। उनके पिता सुरेश कुसाले, जो खुद एक पूर्व राष्ट्रीय स्तर के निशानेबाज थे, ने उन्हें बचपन में ही खेल की दुनिया से परिचित करा दिया था। स्वप्निल कुसाले की माता का नाम अनीता कुसाले है, स्वप्निल कुसाले के भाई सूरज कुसाले भी एथलीट है। निशानेबाजी में स्वप्निल के शुरुआती प्रदर्शन ने उनकी सफलता की राह को प्रज्वलित किया, क्योंकि उन्होंने खेल के प्रति गहरा जुनून विकसित करना शुरू कर दिया। पुणे के महाराष्ट्रीयन वातावरण में पले-बढ़े स्वप्निल को एक समर्थक परिवार और निशानेबाजों के समृद्ध समुदाय का सान्निध्य प्राप्त था। उनके पिता का मार्गदर्शन और प्रोत्साहन उनके शुरुआती करियर को आकार देने में महत्वपूर्ण रहा, जिससे स्वप्निल ने अपने कौशल को तराशा और एक मजबूत कार्य नैतिकता विकसित की। स्वप्निल कुसाले अभी अविवाहित हैं।
स्वप्निल कुसाले की प्रमुख उपलब्धियां (Major achievements of Swapnil Kusale)
- एशियाई शूटिंग चैंपियनशिप 2015: स्वप्निल कुसाले ने कुवैत में आयोजित एशियाई शूटिंग चैंपियनशिप के जूनियर वर्ग में 50 मीटर राइफल प्रोन स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता।
- राष्ट्रीय शूटिंग चैंपियनशिप 2015: तुगलकाबाद में 59वीं राष्ट्रीय शूटिंग चैंपियनशिप में, उन्होंने गगन नारंग और चैन सिंह को पीछे छोड़ते हुए 50 मीटर राइफल प्रोन स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता।
- राष्ट्रीय शूटिंग चैंपियनशिप 2017: तिरुवनंतपुरम में आयोजित 61वीं राष्ट्रीय चैंपियनशिप में, उन्होंने 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन स्पर्धा में स्वर्ण पदक हासिल किया।
- ओलंपिक कोटा बर्थ 2022: काहिरा में विश्व चैंपियनशिप में चौथे स्थान पर रहते हुए, स्वप्निल ने 50 मीटर राइफल 3-पोजीशन स्पर्धा में ओलंपिक कोटा बर्थ जीता।
- पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए चयन: 17 मई 2024 को भोपाल में आयोजित अंतिम ओलंपिक ट्रायल में, उन्होंने 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन स्पर्धा में पेरिस ओलंपिक के लिए भारतीय टीम में अपनी जगह सुनिश्चित की।
- पेरिस ओलंपिक 2024 में कांस्य पदक: 1 ऑगस्ट 2024 को हुए को भारत के लिए उन्होंने पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन में कांस्य पदक (Bronze Medal) जीतकर इतिहास रच दिया है। उन्होंने इस ओलंपिक्स में भारत के लिए तीसरा मेडल जीता है।
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स्वप्निल कुसाले के बारे में रोचक तथ्य (Interesting facts about Swapnil Kusale)
स्वप्निल कुसाले (Swapnil Kusale) के बारे में रोचक तथ्य निम्नलिखित हैं-
- स्थानीय पहचान: स्वप्निल कुसाले ने अपने स्कूल के दिनों में कई जूनियर चैंपियनशिप जीतकर स्थानीय शूटिंग सर्किट में खुद को साबित किया।
- शैक्षणिक उत्कृष्टता: स्वप्निल ने पुणे के एक स्थानीय स्कूल में पढ़ाई की और उसके बाद महाराष्ट्र के प्रमुख विश्वविद्यालय से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में डिग्री प्राप्त की।
- निशानेबाजी का समर्पण: स्वप्निल ने अपनी पढ़ाई के साथ-साथ निशानेबाजी में लगातार प्रशिक्षण और प्रतिस्पर्धा जारी रखी, जिससे उन्होंने देश के शीर्ष निशानेबाजों में स्थान पाया।
- 2018 की उपलब्धि: 2018 में, स्वप्निल ने जूनियर नेशनल चैंपियनशिप जीतकर अपने करियर को एक नई दिशा दी।
- 2022 की विश्व कप भागीदारी: स्वप्निल की उत्कृष्टता और प्रदर्शन ने भारतीय राष्ट्रीय टीम के चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा, और उन्हें 2022 में म्यूनिख, जर्मनी में विश्व कप के लिए भारतीय शूटिंग टीम में शामिल किया गया।
- पेरिस ओलंपिक 2024: स्वप्निल कुसाल ने पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत के लिए कांस्य पदक जीता है।
निष्कर्ष
स्वप्निल कुसाले (Swapnil Kusale) की यात्रा जुनून, समर्पण और अटूट दृढ़ संकल्प की सजीव मिसाल है। 2024 के पेरिस ओलंपिक पर अपनी नज़र जमाए, उनकी कहानी महत्वाकांक्षी एथलीटों और खेल प्रेमियों के लिए प्रेरणा का अमृत है। अपनी अद्वितीय प्रतिभा, खेल के प्रति अटूट समर्पण, और वैश्विक मंच पर भारत का परचम लहराने की इच्छा के साथ, स्वप्निल कुसाले निशानेबाजी और भारतीय खेलों में एक अमिट छाप छोड़ने के लिए तैयार हैं।
Frequently Asked Questions
स्वप्निल कुसाले (Swapnil Kusale) का जन्म 1995 में हुआ था। वे महाराष्ट्र के एक किसान परिवार से हैं।
स्वप्निल कुसाले (Swapnil Kusale) ने 2015 में कुवैत में आयोजित एशियाई शूटिंग चैंपियनशिप के जूनियर वर्ग में 50 मीटर राइफल प्रोन स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था।
स्वप्निल कुसाले (Swapnil Kusale) ने 2024 पेरिस ओलंपिक के लिए 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन स्पर्धा में भारतीय टीम में अपनी जगह बनाई है।
साथियों उम्मीद है की स्वप्निल कुसाले का जीवन परिचय (Swapnil Kusale Biography in Hindi) की यह जानकारी आपको पसंद आयी होगी, अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी है तो हमें कमेंट करके जरूर बताना।
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