Nikhat Zareen Biography in Hindi: 13 साल की उम्र से शुरू की बॉक्सिंग, और आज दुनिया में अपना लोहा मनवा रही है!

Roshani Shakya
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Nikhat Zareen Biography in Hindi: निखत ज़रीन (Nikhat Zareen), एक उभरती हुई मुक्केबाज और भारतीय स्पोर्ट्स संस्कृति का प्रतीक, ने अपने शौर्यपूर्ण सफर में स्थान बनाया है। उनकी कहानी निजामाबाद, तेलंगाना से शुरू होती है, जहां उनका जन्म हुआ और उन्होंने मुक्केबाजी के प्रति अपनी पहली प्रेरणा प्राप्त की। सेंट फ्रांसिस कॉलेज, हैदराबाद से अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने अपनी कौशलता और सामर्थ्य को स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी में निकाला। उनके परिवार ने उन्हें समर्थन दिया और उनके सपनों को पूरा करने में मदद की। उनका खेलने का अद्वितीय तरीका और व्यक्तिगत जीवन में उनकी अन्य रुचियां भी हैं, जो उन्हें एक प्रेरणा स्त्रोत बनाती हैं। 

आइये इस लेख को शुरू करते है और निखत ज़रीन का जीवन परिचय (Nikhat Zareen Biography) जानते है, जिसमे उनके जीवन की शुरुवात से लेकर सभी संघर्ष और ओलिंपिक तक का पूरा सफर बताया गया है।

निखत ज़रीन का जीवन परिचय

नामनिखत ज़रीन
आयु28 वर्ष
पिता का नाममोहम्मद जमील अहमद
माता का नामपरवीन सुल्ताना
जन्म14 जून 1996
जन्म स्थाननिजामाबाद (तेलंगाना)
शिक्षाबैचलर ऑफ आर्ट्स में डिग्री हासिल कर रही हैं
कार्यबॉक्सिंग प्लेयर 
पुरस्कारअर्जुन पुरस्कार 2022
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निखत ज़रीन कौन हैं? (Who is Nikhat Zareen?)

निखत ज़रीन (Nikhat Zareen), भारत की एक प्रमुख महिला मुक्केबाज हैं, जिन्होंने 2024 पेरिस ओलंपिक के लिए अपनी योग्यता सुनिश्चित की है। उन्होंने अपने बॉक्सिंग करियर में कई उपलब्धियां हासिल की हैं, जिसमें विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता भी शामिल है। ज़रीन को उनकी ताकत, गति और तकनीकी कौशल के लिए जाना जाता है. उनकी योग्यता ने भारत को गर्व महसूस कराया है और उन्होंने देश के युवा खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बनकर खुद को साबित किया है। उनका उत्कृष्ट प्रदर्शन और निरंतर प्रगति ने उन्हें 2024 ओलंपिक के लिए एक मजबूत दावेदार बनाया है।

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निखत ज़रीन की प्रारंभिक जीवन और शिक्षा (Nikhat Zareen early life and education)

निखत (Nikhat Zareen) का जन्म 14 जून 1996 को तेलंगाना के निजामाबाद में हुआ था। उनके पिता, मोहम्मद जमील अहमद, और मां, परवीन सुल्ताना, ने चार बेटियों की परवरिश की। 

जमील अहमद, जो खुद एक पूर्व फुटबॉलर और क्रिकेटर रह चुके हैं, अब सेल्समैन का काम करते हैं, जबकि उनकी पत्नी गृहणी हैं। निखत की दो बड़ी बहनें और एक छोटी बहन है। इस साधारण से परिवार में पली-बढ़ी निखत ने कम उम्र में ही अपनी अलग राह तलाश ली। सिर्फ 13 साल की उम्र में, उन्होंने बॉक्सिंग की दुनिया में कदम रखा और अपने जुनून और मेहनत के बल पर आगे बढ़ने का संकल्प लिया। निखत का यह सफर आसान नहीं था, लेकिन उनके पिता का खेल का अनुभव और परिवार का समर्थन उनकी सबसे बड़ी ताकत बने। जमील अहमद ने अपनी बेटी की क्षमताओं को पहचाना और उसे प्रोत्साहित किया। एक सेल्समैन की नौकरी करते हुए, उन्होंने निखत के सपनों को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास किया। उनकी मां, परवीन सुल्ताना, ने भी घर संभालते हुए अपनी बेटियों की शिक्षा और खेल में पूरा साथ दिया। निखत ने अपनी मेहनत और लगन से न केवल अपने परिवार का नाम रोशन किया, बल्कि अपने छोटे से शहर निजामाबाद को भी एक नई पहचान दिलाई।

निखत ज़रीन का परिवार और शादी (Nikhat Zareen family and marriage)

निखत ज़रीन (Nikhat Zareen), हैदराबाद (Hyderabad) से लगभग 200 किलोमीटर दूर स्थित तेलंगाना के शहर निजामाबाद की रहने वाली हैं। उनके चाचा, शमशुद्दीन, जो एक बॉक्सिंग कोच थे, ने उन्हें बॉक्सिंग की दुनिया से परिचित कराया। 

शमशुद्दीन अपने बेटों और निखत के चचेरे भाई को बॉक्सिंग की ट्रेनिंग देते थे, और उन्हें देखकर निखत की भी इस खेल में रुचि बढ़ने लगी। उनके जुनून को पहचानते हुए, शमशुद्दीन ने निखत को भी कोचिंग देना शुरू कर दिया जब वह केवल 13 साल की थीं। हालांकि, उनकी मां को निखत का बॉक्सिंग करना पसंद नहीं था। शुरुआती दिनों में निखत के लिए पढ़ाई और बॉक्सिंग दोनों को साथ-साथ संभालना काफी कठिन था। लेकिन, धीरे-धीरे उन्होंने इस संतुलन को बखूबी साध लिया। इस सफर में उनके दोस्तों ने भी अहम भूमिका निभाई। वे निखत के लिए नोट्स तैयार रखते थे, जिससे वह पढ़ाई में पीछे न रहें। हालांकि, बोर्ड परीक्षा के बाद निखत ने पूरी तरह से बॉक्सिंग पर ध्यान केंद्रित कर लिया। उनकी यह यात्रा संघर्षों से भरी थी, लेकिन दोस्तों और परिवार के सहयोग से उन्होंने हर चुनौती का सामना किया और सफलता की राह पर आगे बढ़ती गईं। निखत ज़रीन अभी अविवाहित हैं। 

निखत ज़रीन का करियर (Nikhat Zareen career)

निखत (Nikhat Zareen) ने अपने बॉक्सिंग करियर की शुरुआत ग्रेजुएशन के दौरान एवी कॉलेज से की। उनकी पहली बड़ी सफलता साल 2010 में आई, जब 15 साल की उम्र में उन्होंने नेशनल सब जूनियर मीट में शानदार प्रदर्शन कर सभी को चौंका दिया। यह तो बस शुरुआत थी। 

2011 में, निखत ने तुर्की में हुए महिला जूनियर यूथ वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में फ्लाई वेट श्रेणी में गोल्ड मेडल जीता। इस अद्भुत प्रदर्शन ने उन्हें बॉक्सिंग की दुनिया में एक मजबूत स्थिति दिलाई।  उसी साल, उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ महिला युवा और जूनियर विश्व चैंपियनशिप में गोल्ड जीतकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। निखत का यह सफर यहीं नहीं रुका। उन्होंने बैंकॉक में हुए ओपन इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में रजत पदक हासिल किया, जो उनकी प्रतिभा और मेहनत का जीता-जागता उदाहरण था। साल 2014 में, निखत ने नेशनल कप इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतकर एक और उपलब्धि अपने नाम की। उनकी उपलब्धियों की फेहरिस्त में एक और जुड़ाव तब हुआ, जब उन्होंने गुवाहाटी में हुए दूसरे इंडिया ओपन इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। निखत का यह सफर उनकी मेहनत, दृढ़ता और साहस की कहानी है। उन्होंने हर चुनौती को पार करते हुए, अपने सपनों को साकार किया और अपने देश का नाम रोशन किया। उनका यह सफर न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि यह दिखाता है कि समर्पण और दृढ़ संकल्प से क्या हासिल किया जा सकता है।

निखत ज़रीन की उपलब्धियां (Nikhat Zareen Achievements)

निखत ज़रीन (Nikhat Zareen) की पांच प्रमुख उपलब्धियाँ:

  • नेशनल सब जूनियर मीट (2010): निखत ने केवल 15 साल की उम्र में इस प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन कर अपनी पहली बड़ी सफलता हासिल की।
  • महिला जूनियर यूथ वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप (2011): तुर्की में आयोजित इस चैंपियनशिप में निखत ने फ्लाई वेट कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीता, जिससे उन्हें अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली।
  • अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ महिला युवा और जूनियर विश्व चैंपियनशिप (2011): इस प्रतियोगिता में भी निखत ने गोल्ड मेडल जीतकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
  • ओपन इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट, बैंकॉक (2014): इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में निखत ने रजत पदक हासिल किया, जो उनकी मेहनत और कौशल का प्रमाण है।
  • नेशनल कप इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट (2014):  निखत ने इस प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता, जिससे उनकी उपलब्धियों की सूची और भी शानदार हो गई।

निखत निखत ज़रीन के बारे में रोचक तथ्य (Interesting facts about Nikhat Zareen)

निखत ज़रीन (Nikhat Zareen) के बारे में पांच रोचक तथ्य इस प्रकार हैं:

  • कम उम्र में शुरुआत: निखत ने केवल 13 साल की उम्र में बॉक्सिंग शुरू की और जल्द ही नेशनल सब जूनियर मीट में अपनी पहली बड़ी सफलता हासिल की।
  • अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान:  2011 में, उन्होंने तुर्की में महिला जूनियर यूथ वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में फ्लाई वेट कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीता, जिससे उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली।
  • खेल में पारिवारिक समर्थन: निखत के पिता, मोहम्मद जमील अहमद, खुद एक पूर्व फुटबॉलर और क्रिकेटर रह चुके हैं। उन्होंने अपनी बेटी को खेल में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया और हर कदम पर समर्थन दिया।
  • महिला सशक्तिकरण की प्रतीक: निखत (Nikhat Zareen) चार बेटियों वाले परिवार से आती हैं, जहां उन्होंने समाज की रूढ़ियों को तोड़ते हुए अपनी पहचान बनाई और महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बनीं।
  • नायाब उपलब्धियाँ:  निखत ने 2014 के नेशनल कप इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीता और गुवाहाटी में हुए दूसरे इंडिया ओपन इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया, जिससे उनकी उपलब्धियों की फेहरिस्त और भी लंबी हो गई।

निष्कर्ष

निखत ज़रीन (Nikhat Zareen) का सफर एक प्रेरणादायक उदाहरण है कि अगर हौसले बुलंद हों तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं। एक साधारण परिवार से निकलकर उन्होंने अपने दम पर ऐसी मुकाम हासिल किया है जिसकी हर कोई कल्पना भी नहीं कर सकता। अपनी इस यात्रा में उन्होंने न सिर्फ खुद को साबित किया बल्कि युवा लड़कियों के लिए एक मिसाल भी कायम की है। 

Frequently Asked Questions

निखत ज़रीन कौन हैं?

निखत ज़रीन (Nikhat Zareen) एक भारतीय महिला मुक्केबाज हैं, जिन्होंने अपने करियर में कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पदक जीते हैं। वह फ्लाईवेट कैटेगरी में प्रतिस्पर्धा करती हैं और अपने आक्रामक और तकनीकी कुशलता के लिए जानी जाती हैं।

निखत ज़रीन ने कौन सा प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय खिताब जीता है?

निखत ज़रीन (Nikhat Zareen) ने 2011 में एआईबीए महिला युवा और जूनियर विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था। इस जीत ने उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई और भारतीय महिला मुक्केबाजी में उभरती हुई स्टार बना दिया।

निखत ज़रीन का जन्म और प्रारंभिक जीवन कहाँ हुआ?

निखत ज़रीन (Nikhat Zareen) का जन्म 14 जून 1996 को निज़ामाबाद, तेलंगाना में हुआ था। उनके पिता मोहम्मद जमील अहमद ने उन्हें मुक्केबाजी की ओर प्रेरित किया और उन्होंने स्थानीय स्तर पर प्रशिक्षण शुरू किया।

निखत ज़रीन को कौन सी प्रमुख चुनौती का सामना करना पड़ा?

निखत ज़रीन (Nikhat Zareen) को 2019 में एमसी मैरी कॉम के खिलाफ मुकाबले में चुनौती का सामना करना पड़ा, जहां उन्होंने ओलंपिक क्वालीफायर के लिए ट्रायल की मांग की थी। इस विवाद ने उन्हें और भी अधिक लोकप्रियता दिलाई और उनके संघर्ष को सराहा गया।

निखत ज़रीन की शिक्षा और अन्य रुचियां क्या हैं?

निखत ज़रीन (Nikhat Zareen) ने अपनी शिक्षा सेंट फ्रांसिस कॉलेज, हैदराबाद से पूरी की है। मुक्केबाजी के अलावा, उन्हें संगीत सुनना और फिल्मों का शौक है, जिससे उन्हें मानसिक रूप से ताजगी मिलती है और खेल के तनाव को कम करने में मदद मिलती है।

roshni writer

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम रोशनी शाक्या है और मैंने पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है।, मैं इस ब्लॉग की लेखिका हूं और इस वेबसाइट के माध्यम से योजना समाचार, बायोग्राफी और सरकारी योजनाओं से संबंधित सभी जानकारी साझा करती हूं। ताकि आपको सही और सटीक जानकारी प्राप्त हो सके।

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